Ambedkar Jayanti 2025: भारत आज संविधान निर्माता और सामाजिक समानता के महान प्रतीक डॉ. भीमराव अंबेडकर की 135वीं जयंती मना रहा है। इस अवसर पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, और कई राजनीतिक हस्तियों ने उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की श्रद्धांजलि
राष्ट्रपति ने संसद भवन के प्रेरणा स्थल पर जाकर बाबा साहेब को पुष्पांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा कि यह दिवस डॉ. अंबेडकर के महान विचारों और समर्पण को याद करने का अवसर है।
?⚖️ प्रधानमंत्री मोदी ने बताया प्रेरणा का स्रोत
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया पर लिखा,
“डॉ. अंबेडकर का जीवन सामाजिक न्याय और आत्मनिर्भर भारत की प्रेरणा है। उनके सिद्धांत आज भी हम सबको मार्गदर्शन देते हैं।”
कांग्रेस नेताओं की श्रद्धांजलि
राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खरगे ने भी अंबेडकर को श्रद्धांजलि दी। खरगे ने कहा कि,
“संविधान हमारे लोकतंत्र की आत्मा है। बाबा साहेब ने हमें जो अधिकार दिए, वे आज भी सामाजिक समावेशन का आधार हैं।”
बाबा साहेब का जीवन और ऐतिहासिक योगदान
1891 में जन्मे बाबा साहेब एक विद्वान, विधिवेत्ता, समाज सुधारक और क्रांतिकारी विचारक थे। उन्होंने जीवनभर दलितों और वंचित वर्गों के अधिकारों के लिए संघर्ष किया।
- भारतीय संविधान के रचयिता
- स्वतंत्र भारत के पहले कानून मंत्री
- बौद्ध धर्म में दीक्षा, सामाजिक बदलाव का प्रतीक
- आज भी उनके विचार न्याय, समानता और बंधुत्व का संदेश देते हैं।
? अंबेडकर जयंती केवल एक स्मृति नहीं, बल्कि एक मिशन है — समान अवसर, न्याय और अधिकारों की सुरक्षा के लिए निरंतर संघर्ष।
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