अमेरिका ने 75 देशों पर टैरिफ से 90 दिन की राहत दी, लेकिन चीन पर टैरिफ बढ़ाकर 125% कर दिया। जानें कैसे बढ़ रहा है अमेरिका-चीन टैरिफ युद्ध।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 9 अप्रैल 2025 को एक बड़ा फैसला लेते हुए 75 देशों पर लगाए गए भारी आयात शुल्क (Tariff) को 90 दिनों के लिए स्थगित कर दिया। यह निर्णय वैश्विक व्यापार और विदेशी निवेशकों के लिए राहतभरा माना जा रहा है। लेकिन इसके विपरीत, ट्रंप प्रशासन ने चीन पर टैरिफ को 125% तक बढ़ा दिया है, जिससे अमेरिका-चीन व्यापार युद्ध (US-China Trade War) फिर सुर्खियों में आ गया है।
यह कदम ऐसे समय में आया जब चीन ने पहले ही अमेरिका के उत्पादों पर 84% टैरिफ की घोषणा की थी। ट्रंप सरकार का स्पष्ट संदेश है: "जो देश अमेरिका के खिलाफ जवाबी कार्रवाई नहीं करेंगे, उन्हें इनाम मिलेगा।" इससे साफ है कि अमेरिका की नजर मुख्य रूप से चीन पर है, बाकी देशों को फिलहाल राहत दी जा रही है।
बीजिंग ने अमेरिका के रुख को "एकतरफा" और "गैर-न्यायिक" करार दिया है। चीन के वाणिज्य मंत्री ने कहा कि यह नीति वैश्विक संप्रभुता और व्यापारिक स्थिरता के खिलाफ है। उन्होंने यह भी जोड़ा कि यदि चीन के नागरिकों या कंपनियों के हित प्रभावित होते हैं, तो चीन चुप नहीं बैठेगा।
यह यू-टर्न ऐसे समय में आया है जब अमेरिकी शेयर बाजार और सरकारी बॉन्ड बाजार, ट्रंप की टैरिफ नीति से भारी दबाव में आ गए थे। टैरिफ में राहत के फैसले के बाद ग्लोबल मार्केट्स ने कुछ स्थिरता दिखाई है, लेकिन ट्रेड टेंशन का अगला चरण अब चीन-अमेरिका टकराव पर निर्भर करता है।
अमेरिका-चीन व्यापार युद्ध
ट्रंप का टैरिफ फैसला
90 दिन की टैरिफ राहत
वैश्विक व्यापारिक तनाव
आयात शुल्क में वृद्धि
चीन की जवाबी टैरिफ नीति
ट्रंप ने 75 देशों के लिए टैरिफ क्यों हटाया?
यह फैसला वैश्विक आर्थिक दबाव और व्यापारिक साझेदारों के साथ संबंध सुधारने की कोशिशों के तहत लिया गया।चीनी वस्तुओं पर 125% टैरिफ का क्या प्रभाव पड़ेगा?
इससे चीन से आयातित सभी वस्तुएं अत्यधिक महंगी हो जाएंगी, और अमेरिकी कंपनियों पर लागत का सीधा प्रभाव पड़ेगा।नई अमेरिकी टैरिफ नीति पर चीन की क्या प्रतिक्रिया रही?
चीन ने 84% की जवाबी टैरिफ लगाकर साफ संदेश दिया कि वह पीछे नहीं हटेगा।क्या टैरिफ राहत के बाद वैश्विक शेयर बाजारों में रिकवरी होगी?
फिलहाल, बाजारों ने सकारात्मक प्रतिक्रिया दी है, लेकिन दीर्घकालिक स्थिरता अब भी अनिश्चित है।
भारत पर अमेरिका की टैरिफ नीति में बदलाव का क्या असर होगा?
भारत को अस्थायी राहत मिल सकती है, लेकिन यदि वैश्विक व्यापार में तनाव बढ़ता है, तो अप्रत्यक्ष प्रभाव जरूर महसूस होंगे।